तलाश मुझे है किसकी"
- 151108338 - VIMLESH KUMAR
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तलाश मुझे है किसकी"
तलाश मुझे है किसकी
क्यूँ ये मैँ नहीं जानता
भूल जाऊँ कैसे उसे
दिल है नहीं मानता
एक झलक देखी जब से
अवचेतन मन बसी तब से
काश मिल जाए वो मुझे
सच जो चाहत है मेरी
भूल जा कहे गर खुदा भी
उडने दूं कैसे अपनी हँसी
पल-पल याद करता दिल
खोज लाउंगा ढूँढ लाउँगा
करूँगा हासिल