ट्रेन यात्रियों का होगा एंटीजन परीक्षण
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ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों का होगा एंटीजन परीक्षण : डीएम
फीडिंग कार्य में धीमी गति पर डीएम ने जतायी नाराजगी
ललितपुर। जिलाधिकारी योगेश कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कोविड-19 की कोर कमेटी की बैठक कलैक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाहियों की समीक्षा की तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के प्राइवेट तथा सरकारी अस्पतालों में यदि सांस लेने में कठिनाई, दमा, खांसी, जुकाम, बुखार, सीवियर एक्यूट रेस्पाइरेटरी इन्फेक्शन (सारी) के मरीज आते हैं तो अनिवार्य रुप से उनका एंटीजन टेस्ट कराया जाएगा, ताकि कोई भी संदिग्ध मरीज अन्य लोगों को संक्रमित न कर सके। इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने ट्रेनों, बसों व अन्य साधनों के माध्यम से जनपद आने वाले यात्रियों की एंटीजन टेस्टिंग के सम्बंध में समीक्षा की, जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि सावरमती एक्सप्रेस, कुशीनगर एक्सप्रेस, अन्य ट्रेनों तथा अन्य माध्यमों से आने वाले यात्रियों की लगातार एंटीजन टेस्टिंग करायी जा रही है, साथ ही संदिग्ध मरीजों की निगरानी भी की जा रही है। इसके उपरान्त जिलाधिकारी निर्देश दिये कि जनपद के सभी प्राइवेट चिकित्सक अपनी अस्पतालों में आने वाले मरीजों में से संदिग्ध मरीजों को अनिवार्य रुप से एंटीजन टेस्ट हेतु अपने ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजेंगे। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न बरतें। इसी दौरान एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट की पोर्टल पर फीडिंग की समीक्षा की गई, जिसमें फीडिंग की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई साथ ही फीडिंग के कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिये गए। इसके उपरान्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में वेन्टिलेटर की स्थापना की समीक्षा की गई, जिसमें जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गए कि अगले दिन तक वेन्टिलेटर की स्थापना एवं अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेण्डर की उपलब्धता अनिवार्य रुप से सुनिश्चित करायें। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि चिकित्सालयों में आने वाले सभी संदिग्ध मरीजों का एंटीजन टेस्ट कराया जाए, इसके साथ ही यदि मरीज में सिंप्टम दिख रहे हों और उसकी रिपोर्ट निगेटिव हो तो उस मरीज का आर.टी.पी.सी.आर. टेस्ट कराकर उसे पुन: रीबैरीफाई कराया जाए। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने अपर पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया कि यदि कोई वाहन चालक वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करते हुए पाया जाता है तो उसका 10 हजार रुपए का चालान किया जाए, साथ ही उसका ड्राइविंग लाइसेंस जब्त कर निरस्त करने की कार्यवाही की जाए। बैठक में अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी न्यायिक लवकुश त्रिपाठी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी एस.पी. सिंह, डा.अमित चतुर्वेदी, डा. जे.एस.बक्शी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।