मेरे प्रिय चंदौसी वासियों आदाब /नमस्कार।
- 151109233 - HEMANT CHOUDHARY
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मेरे प्रिय चंदौसी वासियों आदाब /नमस्कार। मैं इंजीनियर शाहरुख खान एक सिविल इंजीनियर हूं, लेकिन मैं आजकल मैटाफिज़िक्स पर भी स्टडी कर रहा हूं । मैटाफिजिक्स भौतिक विज्ञान की एक ऐसी ब्रांच है जो सिद्धांत सत्य ज्ञान पर और सिर्फ तर्क पर बात करती है। उसके आधार पर मैं आप लोगों को एक बहुत गहरी बात कहने जा रहा हूं। वह बात यह है कि यह कोरोना का जिक्र आप लोग बार बार इस ग्रुप में ना करें। उससे क्या होता है कि जो आकर्षण का सिद्धांत है वह यह कहता है आप जिस चीज का भी आप जिक्र करेंगे उसके बारे में सोचेंगे। वह अच्छी हो या बुरी वही चीज बार बार आपके सामने घटित होती जाएगी।जैसा कि आपने देखा होगा कि आप जब सुबह सुबह उठते हैं और अगरकोई अप्रिय घटना हो जाती है तो सारा दिन खराब हो जाता है जिससे शाम को आप भी कहते हैं कि यार ऐसा किसका मुंह देख लिया था सुबह में जो सारा दिन खराब हो गया । बात यह है कि आप खुद सारा दिनअपना मूड खराब कर के आप उस सारी चीजों को आकर्षित कर रहे थे जो आपका मूड खराब करें ।अक्सर आपने देखा है कि अमीर अमीर होते चले जाते हैं और गरीब गरीब होते चले जाते हैं। उसका वजह सिर्फ आकर्षण का सिद्धांत है। गरीब सिर्फ यही सोचता है कि मैं गरीब व्यक्ति हूं। मैं सुबह को उठूँगा मेहनत करूंगा। शाम को ढाई सौ रुपए लाऊंगा और फिर कल सुबह मुझे 250 ही कमाने हैं ।वह इस सेआगे सोच ही नही पाता ।मैं इस ग्रुप में सारे लोगों से एक सवाल करता हूं कि आपके जीवन में जो भी घटित हो रहा है या आप जो भी हैं या आप जो भी काम कर रहे हैं ।क्या यह सब अचानक से हो गया ? या आपने इस के बारे में विचार नहीं किया था। क्या आप नहीं चाहते थे कि आप एक दिन ऐसे इंसान बने जो आप आज मौजूदा वक्त में हैं? असल बात यह है कि कोरोना एक नॉर्मल फ्लू है । सारा खेल भय को बनाये रखने का है जो है क्योकि भय रहेगा तो मनुष्य मानसिक तनाव में रहेगा और उपर से अगर उसकी रिपोर्ट में " positive "लिखा आ जाए तो 50 % वह जब ही मर जाएगा । 25 % वह जब मरेगा जब पुलिस और ऐंबुलैंस उसके घर आयगी और घर वाले पीछे से रोना शुरू करेंगें कि अब यह जा रहा है और शायद ही वापस आए ।बाकी का 25% वह जब मरेगा जब अस्पताल में उसे यह महसूस होगा कि यही से कोरोना की लाशें निकल रही हैं या उसके सामनें से कोरोना की कोई डैड बॉडी निकलेगी । अब आपके दिमाग में यह विचार आया होगा तो इसका मतलब हमें कोई मारना चाहता है। हां, कुछ दुनिया की बड़ी ताकतें चाहती हैं कि दुनिया की आबादी कम हो। मैं उनका नाम नहीं लूँगा कि वह कौन हैं लेकिन यह बात हकीकत है कि वह आप को मारना चाहती है। क्योंकि वह यह मानती हैं कि जितनी कम आबादी होगी उतना ही आसानी से दुनिया को नियंत्रण में रखा जा सकता है। क्योकि वह यह मानती है कि गरीब लोग सिर्फ राशन सरकार का फ्री में खाते हैं और गंदगी फैलाते हैं और आंदोलन में हमारे खिलाफ सबसे पहले खडे हो जाते हैं। आपने कभी सोचा कि जितने भी हमारी खानपान की चीजें हैं। इनमें मिलावट के जरिए जहर घोला जा रहा है। जितनी भी हमारी पीने की चीजें हैं, इनमें ज़हर घोल कर के हमारे शरीर में उतारा जा रहा है । हवा को दूषित किया जा रहा है। पानी को गंदा किया जा रहा है ।नई नई बीमारियों को पैदा किया जा रहा है। फैशन के नाम पर लड़कियों को छोटे-छोटे कपड़े पहना कर हमारी आत्मा को शरीर की भूख मिटाने का लालच दिया जा रहा है । सच को दबाया जा रहा है। झूठ का बोलबाला होता जा रहा है। इंसाफ को पैसे में खरीदा जा रहा है।क्या यह सब ईश्वर चाहता है या कोई ताकत है जो यह ऐसा कर रही है। क्या यह सब अपने आप हो रहा है । नहीं यह सब कुछ सबसे दुनिया के ताकतवर के इशारों पर होता है जो कभी हमारे सामने नहीं आते ।और दुनिया के बडे बडे नेता सिर्फ उन लोगों की कठपुतलियॉं हैं । असल में यह जो भी आज घटित हो रहा है, इसकी प्लानिंग सदियों से की जा रही थी।जिंदा वह रहेगा जो अपने विचार और बुद्धि को नियंत्रित रखेगा । क्योंकि अंग्रेजी में एक कहावत है "गॉड हेल्प दोज़ हू हैल्प दैमसैल्वस" ईश्वर उन्हीं की मदद करता है जो पहले या शुरू में खुद की मदद करते हैं। अगर आप डटा पे गौर करें ताे सारी बात यह 5 महीने में 130 करोड की आबादी में अब तक सिर्फ लगभग 25 हज़ार लोगों की मृत्यु हुई जब कि रोजाना इतनी मौतें तो सिर्फ एक्सीडेंट और बूढा होने की वजह से हो जाती हैं देश में ।कोरोना एक बीमारी है मैं यह मानता हूं लोग इससे मर रहे हैं मैं यह भी मानता हूं, लेकिन अगर यह किसी को हो जाए और यह सोचना कि यह अब मरना ही मरना है मैं इसके सख्त खिलाफ हूं। नॉर्मल रहिए खुश रहिए ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल कीजिए । और ईशवर ना करे अगर किसी को कोरोना हो जाता है तो वह सिर्फ एक विचार अपने दिमाग में यह रखे कि उसे अपने दिमाग को सकरात्मकता से चलाना है अपने आप को ठीक करने के लिए ना कि दिमाग को उसको अपने ऊपर हावी होने देना है | दिमाग हावी होते ही खेल बिगड जाएगा ।