चाइना से लड़ाई के लिए अब निजी औद्योगिक पार्क
- 151043902 - ABHISHEK MISHRA
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चाइना से लड़ाई के लिए अब निजी औद्योगिक पार्क; इंदौर के उद्योगपतियों की पहल, जल्द 300 से ज्यादा इंडस्ट्री शुरू होंगी
भिंड. चीन के साथ विवाद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर आह्वान के बीच इंदौर के उद्योगपतियों ने खुद के औद्योगिक पार्क बनाने की मुहिम शुरू कर दी है। यह पार्क निजी जमीनों पर सड़क, सीवेरज आदि सुविधा जुटाकर बनाए जा रहे हैं। इंदौर से उज्जैन रोड के बीच इस तरह के पार्क बनने भी शुरू हो गए हैं, जहां पर छोटी-छोटी इंडस्ट्री भी लग रही हैं। यहां अब तक 200 लोगों को रोजगार भी मिल चुका है। अगले दो से तीन सालोें में यहां पर 300 से ज्यादा इंडस्ट्री शुरू हो जाएंगी।
ग्राम जाख्या में इसी तरह का इंडस्ट्रियल बीटा पार्क विकसित करने वाले उद्योगपति योगेश मेहता ने बताया कि इस पार्क में छोटा निवेश करने वाले उद्योगपतियों के लिए काफी बेहतर विकल्प हैं। खासकर एक ही तरह की छोटी-छोटी इंडस्ट्री वाले एक ही जगह पर क्लस्टर के रूप में काम कर सकते हैं। यह क्लोज इंडस्ट्रियल टाउनशिप है, जिससे कभी कोरोना जैसी स्थिति आती है तो परिसर के अंदर ही फैक्टरी रहेगी और यहां काम करने वाले भी इसी परिसर में रहेंगे।
मूल रूप से चाइना ने गांवों में यहीं कॉन्सेप्ट अपनाया
एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्री मप्र के अध्यक्ष प्रमोद डाफरिया बताते हैं कि चाइना ने इसी तरह हर गांव में औद्योगिक क्लस्टर बनाकर अधिक से अधिक उत्पादन कर सस्ते दाम में बेचने की प्रक्रिया शुरू की थी। वहां सरकार ने ही यह क्लस्टर विकसित कराए थे। अब इंदौर में खुद उद्योगपति इस तरह से काम कर रहे हैं, जिससे कम लागत में अधिक उत्पादन हो सकता है।