डॉक्टर की लापरवाही के कारण मरीज की जान पर बन आई
- 151110606 - MOHAMMAD SHAHEED
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उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिला के बाजपुर शहर में कोरोना महामारी के चलते जहां आम जन मानस परेशान है और डॉक्टर देवदूत बनकर दिन रात सेवा में लगे हुए है, वहीं बाज़पुर के एक अस्पताल की घिनौनी करतूत सामने आई है, जहां एक व्यक्ति ने कोतवाली बाज़पुर के साथ-साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी उधम सिंह नगर पुलिस महानिदेशक देहरादून,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधम सिंह नगर से न्याय की गुहार लगायी है कि प्रार्थी अपनी गर्भवती पत्नी रिहाना को बाजपुर में डिलीवरी हेतु चकरपुर रोड संजीवनी अस्पताल में लाया था, जहां पर बच्चे का जन्म हुआ उसी दिन कुछ समय बाद ही जच्चा की तबियत और ज्यादा बिगड़ गई संजीवनी अस्पताल के डॉक्टर ने जच्चा के पेट में कैंसर या रसोली होना बताया गया और उसको काशीपुर के कृष्णा हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया, वही काशीपुर के डॉक्टर ने गंभीर हालत देख कर उसको हल्द्वानी के नीलकंठ हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया, वहां ले आने पर वहां के डॉक्टरों ने बिना एडमिट किए ही मरीज की गंभीर हालत देखकर एडमिट करने से मना कर दिया और मरीज सुशीला तिवारी अस्पताल में ले जाने को कह दिया गया सुशीला तिवारी अस्पताल में जाने के बाद वहां के डॉक्टरों ने मरीज का चेकअप कराया तब उन्होंने बताया की ना ही मरीज को कोई कैंसर ना कोई रसोली है डिलीवरी के समय हाई पावर के इंजेक्शन व बहुत तेजी से ग्लूकोज की बोतल चढ़ाने से पेट के अंदर की नसें फट गई हैं जिसके कारण पेट के अंदर 500 एम एल खून का थक्का जम गया है जिसके कारण मरीज की जान पर बन आई, प्रार्थी ने बताया कि संजीवनी अस्पताल के डॉक्टर से इलाज के कागज मांगने पर नहीं दिए प्रार्थी अब न्याय की गुहार लगा रहा है। देखें बाजपुर से मोहम्मद शहीद की रिपोर्ट 110606