कोरोना का प्रकोप-खड़गपुर भी अछूता नहीं।
- 151018477 - DEEPAK KUMAR SHARMA
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कोरोना का कहर, जहर और लहर आज खड़गपुर में देखने को मिला, जब प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर बैंक कर्मी और नेता सभी इसकी जद में आ गए।कल रात से ही सुगबुगाहट शुरू हो गई जब आम लोगों के बीच यह ट्रोल करने लगा कि खड़गपुर म्युनिसिपेलिटी के भूत पूर्ब वाईस चेयरमैन एवं वर्तमान में बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन के सदस्य शेख हनीफ का कोविड19 टेस्ट पॉजिटिव आया है।हनीफ के अलावा दो अन्य व्यक्तियों शेख साहिल (19)और मोहम्मद खुर्दस खान( 47) का रिपोर्ट भी पॉजिटिव आया है।एक रेल कर्मचारी की कोरोना से हुई मौत के बाद पंचबेरिया से पचपन लोगों का रैपिड चेक करवाने पर चालीस का नेगेटिव आया।प्रशासनिक अमला मामले की गंभीरता को देखते हुए सक्रिय हो गया, क्योंकि शेख हनीफ ने आनेवाले चुनाव के मद्देनजर ताबड़तोड़ सामाजिक,सांस्कृतिक कार्यक्रम किया था और प्रशासनिक अमला उनका सहयोग कर रहा था।नतीजतन खड़गपुर एस डी ओ बैभव चौधरी, ऐ एस पी काज़ी शमसुद्दीन अहमद, खड़गपुर सदर विधायक प्रदीप सरकार के अलावा ढेरों अधिकारी और नेता सेल्फ कोरेंटीन में चले गए हैं।शेख हनीफ के अलावा अन्य दो संक्रमितों को शलबोनि सुपर स्पेशिलिटी कोरोना हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया है।ज्ञातब्य हो कि लगभग तीन महीना पहले दिल्ली मरकज से कुछ व्यक्ति सत्कुई मस्जिद में आये थे और हनीफ ने उन्हें खड़गपुर के तीन मस्जिदों का दौरा करवाया था,इसका परिणाम यह हुआ कि कुछ दिनों बाद म्युनिसिपेलिटी के मीटिंग से इनको बायकॉट कर दिया गया जिसपर राजनीतिक रोटियाँ भी सेकीं गई थी।कुछ दिनों पहले ही हनीफ ने पंचबेरिया में रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया था जिसमें आला अधिकारियों के अलावा ढेरों राजनीतिज्ञ भी शिरक़त किये थे।घनी आबादी वाला छेत्र होने की वजह से कोरोना प्रकोप बढ़ने की संभावना अधिक है।लोगों में भय इस कदर हावी हो गया है कि वे सोच रहे हैं कि कहीं पंचबेरिया मुम्बई का धारावी न बन जाये।वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सी एम ई गेट,वर्कशॉप ब्रांच का एक कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित पाया गया है।इस ब्रांच में खड़गपुर रेलवे वर्कशॉप के कर्मचारियों का एकाउंट अधिक है।कोरोना संक्रमित कर्मचारी अवधेश मिश्रा कोलकाता से यहां आ कर ड्यूटी करता था और आई आई टी परिसर के पास स्थित बैंक मेस में रहता था।सप्तांत में वह वापस कोलकाता चला जाता था।इस बात की भी खोज की जा रही है कि इस दरम्यान वह किन लोगों के संपर्क में आया।यह जानना जरूरी है कि रेल मेन हॉस्पिटल के अलावा रेलवे के उच्च अधिकारियों एवं डॉक्टरों के निवास स्थल होने के अलावा रेल वर्कशॉप भी इसकी जद में आता है।सूत्रों से यहजानकारी मिली कि इस बैंक के उच्च अधिकारी इसे कुछ दिनों के लिए बंद करने के मूड में नहीं थे लेकिन कर्मचारियों के तल्ख तेवर के कारण तीन दिनों के लिए शटडाउन किया गया है।बैंक को सेनेटाइज करने के बाद कम स्ट्रेंथ के साथ इसे खोला जाएगा।कुछ लोगों का कहना है कि जब आम जनता ढाई महीनों के लॉक डाउन को झेल सकती है तो और एक महीना तकलीफ उठा सकते थे।सारे पब्लिक डीलिंग कार्यालय सौ फीसदी अट्टनटेंडेंस के साथ काम कर रहे हैं और हॉट रेड जोन से भी कर्मचारी आ रहे हैं।सरकार हमें मौत के मुंह में धकेल रही है।आज सर्बदलिय मीटिंग कर ममता सरकार ने यह फैसला किया है कि काँटेन्मेंट जोन वाले इलाकों में लॉक डाउन जुलाई महीने के आखिर तक रहेगा।