डॉ उदय प्रताप की ऐतिहासिक पहल
- 151109870 - RAJ KUMAR VERMA
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संतकबीरनगर। समाजसेवा की विसात पर इन्सानियत को तरजीह देना कोई सूर्या के एमडी डाॅ0 उदय प्रताप चतुर्वेदी से सीखे। गरीब परिवारों के लिए संकटमोचक बने डॉ0 चतुर्वेदी ने उनके परिजनों के अंतिम संस्कार से लेकर पेट की भूख मिटाने और गरीब बेटियों की शादी मे उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का हरसंभव प्रयास किया। ग्राम पर्वतवा निवासी राधेश्याम के पुत्री की शादी 28 जून को नियत हुई थी। मंहगाई के इस दौर मे खुशी के आंसुओं के साथ बेटी के सपनों को पूरा करते हुए उसे विदा करने के लिए जेवर और कपड़ों का इन्तजाम भी भारी पड़ रहा था। कर्ज के लिए हाथ पांव मारने के प्रयास के बाद भी बेटी की खुशियां सिर्फ सपना बन कर रह गयी थीं। आर्थिक गरीबी के दलदल मे फंसे राधेश्याम आंखों मे आंसू भर कर बेटी की खुशियों का गला घोंट अपनी जिम्मेदारी निभाने का निश्चय कर चुके थे। राधेश्याम की इस बेबसी की सूचना जब सूर्या के एमडी डॉ0 उदय प्रताप चतुर्वेदी को मिली तो उन्होंने गरीब बेटी के संपूर्ण श्रृंगार का इन्तजाम करने का निर्णय लिया। रविवार को राधेश्याम को बेटी के लिए तीन सेट स्वर्ण आभूषण, साड़ियां और 11 हजार की नकदी भेंट करके बिटिया के उज्जवल वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद भी दिया। इतना ही नही मौके पर मौजूद अपने सहयोगियों से भी मदद दिलाया।
डॉ0 उदय प्रताप चतुर्वेदी द्वारा गरीब बेटी के लिए उठाई गई इस जिम्मेदारी से पिता राधेश्याम की आंखों मे राहत भरे आंसू छलछला उठे। डॉ0 चतुर्वेदी ने कहा कि अमीरी और गरीबी हमारे समाज रूपी सिक्के के ही दो पहलू हैं। इंसानियत को जिन्दा रखने के लिए हमे एक दूसरे की मदद के लिए आगे आना चाहिए। तभी एक स्वस्थ और विकासोन्मुखी समाज का निर्माण होगा। इस दौरान सूर्या इण्टरनेशनल एकेडमी की असिस्टेंट एमडी सविता चतुर्वेदी, व्यवस्थापक बलराम यादव, युवा समाजसेवी दानिश खान, अंकित पाल सहित तमाम लोग मौजूद रहे।