50 से 55 दिन में तैयार होने वाली फसल के उन्नत बीज
- 151084398 - ANURAG MISHRA
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औरैया : लॉकडाउन में काम छूटने पर घर आए प्रवासियों के लिए 50 दिन में तैयार हो रही मूंग-उड़द की फसल कमाई का जरिया बन रही है। तमाम लोगों ने आकर अप्रैल में ही बुआई कर दी है और अब तक एक पानी भी दे चुके है। जबकि अभी आए प्रवासी भी इस नई तकनीकि के बीज की बुआई कर रहे है।
शहर में कमाई के लिए गए लोग कोरोना के लॉकडाउन में घर आ गए। अब अपने ही गांव में अपनी माटी से ही रोजी रोटी का आसरा है। सरसों कटने व आलू की खुदाई के बाद खेत खाली हो गए। कुछ लोगों के गेहूं कटाई के बाद खेत खाली हो रहे थे। ऐसे में मजदूर ऐसी फसल करना चाह रहे थे जिससे वह खरीफ की भी फसल कर सके। कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. संदीप कुमार ने 50 से 55 दिन में तैयार होने वाली फसल के उन्नत बीज के बारे में बताया। मूंग की सम्राट(पीडीएम-139) व उड़द की शेखर(आईसीयू-243) व वाराणसी के कुदरत कृषि शोध संस्था की मूंग की कल्याणी किस्म है जो कि 50 से 55 दिन में तैयार हो जाती है। बीते साल इस किस्म को करने वाले सहार ब्लाक के गांव गुलरिहा निवासी दीप चंद्र को सम्मानित भी किया गया था। तीन हेक्टेयर जमीन पर 18 क्विटल प्रति हैक्टेयर उत्पादन लिया था। दीप चंद्र ने भी विधियां समझाई तो तमाम बाहर से आए लोगों ने मूंग-उड़द की फसल की है और अभी भी आए किसान इसको बो रहे है जिससे जून के अंत तक फसल ले सके।