बदायूं ग्राम प्रधान एवं कोटेदार कर रहे हैं गरीबों का शोषण
- 151075042 - BHANU PRATAP SINGH
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जिला : बदायूं तहसील बिल्सी के ग्राम रोहन
बताते चलें कि केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस से फैले महामारी से जनता को सुरक्षित रखने के लिए लॉकडाउन की घोषणा के बाद असहाय गरीब मजदूरों को भोजन की समस्या ना हो इसलिए गरीबों को प्रति यूनिट पांच किलो राशन फ्री तीन माह तक देने की घोषणा की गई थी जो एक अप्रैल से लागू हो गया और कोटेदारों द्वारा ग्राम सचिव या लेखपाल की मौजूदगी में राशन वितरित किया जा रहा है,
वहीं जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से फ्री राशन वितरण में कोटेदारों द्वारा मनमानी और भ्रष्टाचार की रोहान के ग्रामीणों की सूचना पर *जब न्यूज़ की टीम पहुंची तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।* इस विपदा की घड़ी में जिन गरीब असहायों को राहत सामग्री की सहायता मिलनी चाहिए उनका तो मनरेगा सूची में या अंत्योदय कार्ड सूची में नाम ही नहीं है,
इससे साफ जाहिर हो रहा है *कि ग्राम प्रधानों द्वारा मनरेगा मजदूरों के साथ पक्षपात किया गया जो ग्राम प्रधानों के रोज के दरबारी रहे हैं* उन्हीं का जॉब कार्ड एक्टिव हैं बाकी सभी बेकार और जॉब कार्ड भी उन्हीं के एक्टिव हैं जिनके पास भोजन की कोई समस्या ही नहीं है इस विपदा की घड़ी में।
वही रामबहादुर राजकुमार भूदेव प्रकाश जौहरी रामवीर प्रेम सिंह प्रेम राज सुभाष ज्वाला प्रसाद शीशपाल मदन मोहन देवेंद्र और समस्त ग्रामवासी ग्रामीणों का आरोप था कि *कोटेदार सोमवती द्वारा पहले राशन हम लोगों को मिलता वो भी घर ले जाने के बाद राशन तौल में कम हो जाता है* आज तो हम लोगों का नाम ही गायब है वहीं कुछ ग्रामीणों का आरोप था कोटेदार द्वारा पैसा भी ज्यादा लिया जाता है
दुख तो तब हुआ जब एक लगभग 75 साल के बुजुर्ग रोते हुए बोले की बाबू हमें तो बहुत दिनों से राशन नहीं दे रहे हैं कहने पर टाल मटोल करते हैं हमारे पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है।