मरीज न हो परेशान, वाराणसी के ब्लड बैंकों ने संभाली रखी है कमान
- 151006974 - LALTA PRAJAPATI
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लॉकडाउन के दौरान थैलीसीमिया, कैंसर, एप्लास्टिक एनीमिया, प्रसव, इमरजेंसी आदि के मरीजों को चिंता करने की जरूरत नहीं। बीएचयू अस्पताल सहित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व मंडलीय अस्पताल के ब्लड बैंकों में पर्याप्त मात्रा में ब्लड उपलब्ध हैं। वहीं इस मुश्किल घड़ी में कुछ जागरूक युवा लगातार संपर्क कर ब्लड डोनेट कर रहे हैं।
लॉकडाउन के दौरान इलेक्टिव ऑपरेशन बंद होने से ब्लड बैंकों से खपत कम हो गई है। ब्लड बैंक-बीएचयू के सीएमओ इंचार्ज डा. एसके सिंह के मुताबिक जहां मांग में कमी आई है, वहीं थैलीसीमिया, कैंसर, एप्लास्टिक आदि मामलों में कई बार बिना डोनर के ही ब्लड देने पड़ रहे हैं। ऐसे में उपलब्ध स्टाक धीरे-धीरे कम हो रहा है। मगर शहर के कुछ जागरूक युवा व नागरिक लगातार ब्लड बैंक के संपर्क में हैं। ये न सिर्फ स्वयं ब्लड डोनेट कर रहें हैं, बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) वाराणसी के अध्यक्ष डा. आलोक भारद्वाज के मुताबिक डोनर कम आने से थोड़ा बहुत प्रभाव तो पड़ा है, लेकिन उसकी भरपाई मांग में आई कमी ने पूरी कर दी है। मरीजों के लिए ब्लड पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
बनारस के ब्लड बैंक एक नजर में
बीएचयू ब्लड बैंक :
क्षमता - २००० यूनिट
उपलब्धता पहले - १३०० यूनिट
उपलब्धता अब - ८०० यूनिट
खपत पहले - २५० यूनिट प्रतिदिन
खपत अब - ७० यूनिट प्रतिदिन
डोनर पहले - ५०-६० प्रतिदिन
डोनर अब - १५-२० प्रतिदिन
आइएमए ब्लड बैंक :
क्षमता - ३००० यूनिट
उपलब्धता पहले - १००० यूनिट
उपलब्धता अब - १०५० यूनिट