मुख्य सचिव के आदेश पर भारी एबीएसए अतुल दत्त तिवारी
- 151045447 - PAWAN DHIVAR
0
मुख्य सचिव के आदेश पर भारी एबीएसए अतुल दत्त तिवारी
प्रयागराज के करछना तहसील अंतर्गत कौंधियारा ब्लॉक के बीईओ अतुल दत्त तिवारी खुद को मुख्य सचिव के आदेश पर भारी मानते हैं और वह खुले आम आरटीई ऐक्ट, 2009 की धज्जियां उड़ाते हुए क्षेत्र में मानक विहीन व अवैध विद्यालयों को खुले आम संरक्षण दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव उ0प्र0 सरकार ने फरवरी 2018 में एक आदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि जिस अधिकारी के विरुद्ध कोई शिकायत होगी वह खुद जांच नही करेगा बल्कि एक लेवल ऊपर का अधिकारी जांच करेगा परन्तु एबीएसए अतुल दत्त तिवारी अपने खिलाफ शिकायतों का जांच व निस्तारण स्वयं मनमानी के साथ बीएसए संजय कुमार कुशवाहा की ही तर्ज पर कर रहे हैं जोकि उनके करीबी अवैध विद्यालयों को बचाने के लिए है।
बता दें कि बीईओ कौंधियारा की रिपोर्ट पत्रांक/392/2015-16 के अनुसार रोज गार्डन पब्लिक स्कूल राम का पूरा सहित दो दर्जन अवैध विद्यालय 16 सितम्बर 2015 को पकड़े गए व अधिवक्ता आर0के0 पाण्डेय की शिकायत व मामला मा0 न्यायालय में जाने के बाद बीईओ के पत्रांक/880/2017-18 के आधार पर इन अवैध विद्यालयों के विरुद्ध कौंधियारा थाना में मु0अ0स0 0198/2017 दर्ज होने के बाद इन्हें सीज व चार्जशीटेड किया गया परन्तु आरटीई ऐक्ट की धारा 18 के तहत अभी तक जुर्माना नही वसूला गया बल्कि बीईओ व बीएसए की मिलीभगत से रोज गार्डन सहित कुछ मानक विहीन अवैध विद्यालय को फर्जी तरीके से केवल कक्षा 1 से 5 तक की हिंदी मीडियम से मान्यता दी गई जोकि अवैध है व इसका खुलासा जांच अधिकारी विभा सिंह की 25 मई 2018 की रिपोर्ट में हुआ परन्तु आरटीई ऐक्ट की धारा 19 का अनुपालन भी नही हुआ व न ही मान्यता प्रत्यहरित हुई।
बता दें कि रोज गार्डन पब्लिक स्कूल के फाइल में जो रजिस्टर्ड किरायेदारी लगा है वह मकान मूल रूप में है ही नही व न ही मान्यता के स्थल पर विद्यालय संचालित है।
इधर बीईओ अतुल दत्त तिवारी ने नया खेल रचते हुए अपने चहेते जगदीश प्रसाद द्विवेदी पुत्र बद्री नाथ द्विवेदी व शेषमणि शुक्ल निवासीगण राम का पूरा के आवासीय मकान में सालिग राम शुक्ल के साथ एक मानक विहीन, गैर मान्यता प्राप्त अवैध व अमान्य विद्यालय तथा कोचिंग खुलवा रखा है जिसमे 1 से 12 तक की कक्षाओं का अंग्रेजी माध्यम से संचालन हो रहा है जबकि इस मकान का न तो रजिस्टर्ड किरायेदारी है व न ही मान्यता है। यही हाल एडवन्त हिवेंन एकेडमी व कोचिंग, न्यू पायनियर कोचिंग, एम0एस0 कान्वेंट सहित सैकड़ों अवैध विद्यालय व कोचिंग संस्थान का है जोकि बीईओ अतुल दत्त की कृपा से फल फूल रहे हैं। यही नही रामपति विद्यालय जैसे तमाम मान्यता प्राप्त विद्यालयों में तो कमरे, बाउंड्री, खेल का मैदान, प्रयोगशाला, स्टाफ रूम, स्वच्छ पेयजल आदि की व्यवस्था तक नही है परंतु बीईओ को उधर झांकने की भी फुर्सत नही है। उधर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कौंधियारा में अपनी नियुक्ति के मात्र दो वर्ष के भीतर ही यह बीईओ करोड़ों की चल व अचल संपत्ति के मालिक बन चुके हैं जोकि जांच का विषय है।
यक्ष प्रश्न तो यह है कि जिन अवैध व मानक विहीन विद्यालयों की शिकायत हाई कोर्ट के अधिवक्ता आर0के0 पाण्डेय करते रहे हैं वह बीईओ व बीएसए को दिखाई क्यों नही पड़ता? इसलिए दाल में कुछ काला के बजाय पूरी दाल का ही काला होना लाजिमी है।