जामुडिया : सौ साल पुरानी अष्टधातु की मां लक्ष्मी की प्रतिमा का किया गया पूजन ।
- 151017631 - RAMSURAT RAJBHAR
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पश्चिम बंगाल : जामुड़िया :कहते हैं बंगाल मे 12 महीनों में तेरह तरह के पर्व मनाये जाते हैं. ऐसा ही एक त्योहार है कोजागरी लक्ष्मी पुजा. दुर्गा पुजा के कुछ दिनों के बाद मनाये जाने वाले इस पुजा को घर की गृहणीयां बहुत धुमधाम से मनाती है. युं तो पुरे बंगाल में ही इस पुजा की रौनक रहती है मगर जामुड़िया के नंडी गांव के बैर्नजी परिवार की लक्ष्मी पुजा इन सबसे अलग है. धन की देवी मां लक्ष्मी की प्रतिमा अनमोल रत्नों से जड़े अष्टधातु से निर्मित है. सौ साल से भी पुराने इस पुजा के दौरान कड़े पुलिसिया सुरक्षा इंतज़ामों के बीच कुछ पलों के लिए मां की मुर्ती को लाया जाता है. बैर्नजी परिवार के एक सदस्य गौतम बैर्नजी ने बताया कि उनकी दादी को स्वप्नादेश मिला था जिसके बाद इस पुजा की शुरुआत हुई थी. आज की तारीख़ मे जिस मंदिर में पुजा होती है 1941 मे उसका निर्माण हुआ था. इनका कहना है कि पुजा शुरू होने के बाद इनके परिवार की धन संपदा मे बढ़ोतरी हुयी है. एक समय इनका परिवार ज़मिदार था साथ ही इनके पास कई खदाने भी थीं. वक्त बदलने के साथ ही इनकी आर्थिक स्थिति मे भी थोड़ी बहुत गिरावट ज़रुर आयी है मगर आज भी यह पारिवारिक परंपरा को बरकरार है. स्थानीय बाशिंदें बड़ी तादाद मे इस पुजा को देखने आते हैं. पहले कड़े पुलिसिया इंतजाम के बीच पुजा आयोजीत होती थी