विशेष सत्र में विपक्ष का हिस्सा न लेना दुर्भाग्यपूर्ण: हृदय नारायण दीक्षित
- 151017631 - RAMSURAT RAJBHAR
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने आज कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर विशेष सत्र में विपक्षी दलों का भाग नही लेना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। दीक्षित ने सुबह 11 बजे 36 घंटों के निर्बाध सत्र में बहस की शुरूआत करते हुये कहा कि इतिहास में यह पहली बार होगा जब विशेष सत्र बिना रूके इतनी लंबी अवधि तक चलेगा।
उन्होने कहा “ यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है जब विपक्षी दल सरकार के विशेष सत्र के फैसले में सहयोग नहीं कर रहे है जबकि उन्होने पहले इसकी सहमति दी थी। अचानक अपने फैसले से पलटना और सदन का बहिष्कार करने का कोई औचित्य नही है। ”राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 150वीं जयंती पर श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित लक्ष्य विजन 2030 के 16 गोल उत्तर प्रदेश में लागू होने हैं, इस पर हम समान रूप कार्य करेंगे। यह राष्ट्रपिता का सपना था और सदन इसे साकार करने को कटिबद्ध है। उन्होने कहा कि अच्छा होता कि विपक्षी सदस्य भी विशेष सत्र में हिस्सा लेते। सदस्यों को समस्यायों को उठाने और विभिन्न विकास के मुद्दों पर सरकार को सुझाव देना चाहिये था जिससे भविष्य में यह सदस्यों की सदन के प्रति गंभीर रवैये का परिचायक सिद्ध होती। ब्रिटेन में महात्मा गांधी की लोकप्रियता का बखान करते हुये श्री श्री दीक्षित ने कहा कि हाल ही में ब्रिटेन यात्रा के दौरान उन्होने ब्रिटिश पार्लियामेंट के आगे राष्ट्रपिता की प्रतिमा देखी जिससे वह भावविहृल हो गये। इससे पता लगता है कि शांति और अहिंसा के पुजारी के लिये अंग्रेजो के मन में आज भी कितना सम्मान है।