थाना परिसर कमर भर पानी से डूबा, भोजनालय बंद, सिपाही भोजन के लिए परेशान
- 151050525 - RAJESH KUMAR SINGH
0
रामपुर थाना परिसर कमर भर पानी से डूबा, भोजनालय बंद, सिपाही भोजन के लिए परेशान
जौनपुर ।शुक्रवार की रात से लगातार हो रही बरसात से रामपुर थाना परिसर पूरी तरह डूब गया। थाना परिसर के डूबते ही सिपाही आफिस छोड़कर अपनी अपनी बैंरकों में चले गए। जिसके कारण थाने की देखरेख करने वाला कोई नहीं रह गया।
बता दे कि रामपुर थाना परिसर हर बारिश के बाद पानी से डूब जाता है। थाना परिसर की हालत इतनी खराब हो जाती है कि कमर भर पानी पूरे परिसर में हो जाता है जिसमें नाव चलाया जाए तो आसानी के साथ नाव चल सकती है। शुक्रवार की रात से हो रही घनघोर बरसात के चलते अचानक आधी रात से थाना परिसर में पानी भरना शुरू हो गया। भोर होते होते थाने में कमर भर पानी इकट्ठा हो गया। पानी कंप्यूटर रूम, मालखाने, थानाध्यक्ष ऑफिस रूम, अंदर बने भोजनालय और सिपाही की बैंरकों में घुस गया। सिपाही अपने अपने सामानों को लेकर नवीन भवन की तरफ चले गए। पानी से ऑफिस के कापी कागजात भी भीग गए। वही कंप्यूटर रूम में पानी घुसने के बाद सिपाही कंप्यूटर भी लेकर थाने में बने नवीन रूम के बैंरकों में भागे। थाने का भोजनालय पूरी तरह बंद हो गया थाने में बनी मालखाने में रखी सामाने काफी भीग चुकी है। परिसर में खड़ी गाड़ियां भी पानी में तैरने लगी है। पानी के कारण मालखाने में रखी राइफल से लेकर अन्य सामान पानी से भींगने से खराब होने का भय बन चुका है। फिलहाल उसको सुरक्षित करने का प्रयास जारी है।
थाने के परिसर में क्यों भर जाता है पानी
थाने से सटकर उत्तर तरफ सरकारी तालाब है तालाब की खुदाई नहीं होने से और बाजार के व्यापारियों द्वारा अतिक्रमण कर लिए जाने के कारण और तालाब का आकार छोटा हो गया है। तालाब को अतिक्रमण करने में गांव के प्रधान से लेकर अन्य व्यापारी तक शामिल है। जिसके कारण बरसात का सारा पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण उसी तालाब में जाता है। तालाब में गहराई नहीं होने के कारण पानी भर जाने से सीधे रामपुर थाना परिसर ही पहले प्रभावित होता है और लबालब तालाब बन जाता है।
थाना परिसर तालाब नहीं बने क्या करें।
रामपुर की पुलिस अगर चाहती है कि थाना परिसर तालाब ना बने तो समाधान दिवस पर राजस्व कर्मियों द्वारा थाने के बगल स्थित तालाब का पैमाइश करा कर व्यापारियों द्वारा कब्जा किए गए तालाब की जमीन को खाली करवा कर उसकी खुदाई कर गहराई दे दे। तब जाकर इससे मुक्ति मिल पाएगी।