इकलौता ऐसा मंदिर, जहाँ महादेव आते थे बालक रूप में खेलने
- 151048489 - SUKHDEV TIRATH SANER
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हिमाचल का नाम देवभूमी इसलिए प्रचलन में आया क्युकि पुरे हिमाचल में देवी देवताओ के वास सम्बंधित साक्षात् प्रमाण दिखाई पड़ते है| ऐसा ही एक धार्मिक स्थल जिला ऊना के गगरेट कस्बे के नजदीक शिवबाड़ी नामक जगह पर है| शिवबाड़ी का शाब्दिक अर्थ ही शिव जी का वास है, यह धार्मिक स्थल हुशियारपुर से चिन्तपुरनी मार्ग पर गगरेट से 1 किलोमीटर दुरी पर सोमभद्रा नदी के किनारे जंगल में स्थित है| कहते है, ये भगवान भोलेनाथ का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां शिवशंकर भगवान कभी बालक रूप में खेलने आते थे। भोलेनाथ भगवान ने एक कन्या की मनोकामना पूरी करने के लिए यह रूप लिया था। यह कन्या कोई आम कन्या नहीं थी। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह कभी गुरु द्रोणाचार्य की नगरी हुआ करता था। शिवबाड़ी स्थल के चारों दिशाओं में चार कोनों पर चार श्मशानघाट तथा उनके साथ चार कुएं भी हैं। चारों दिशाओं में श्मशानघाट होना भगवान शिव के भक्तों में भोले बाबा के प्रति उनकी आस्था को और भी प्रगाढ़ करता है।