विकलांग विधवा का परिवार
- 151042952 - SANJAY KUMAR PAL
0
एक तरफ जहाँ तेरह दिन में तेरही तक हो जाती है तो वहीँ दूसरी तरफ गरीबों को पक्का घर दिलाने वाली सरकारी योजना का तेरह साल से इंतजार करने के बावजूद भी नहीं मिलने पर इस बरसात के मौसम में पन्नी के नीचे कब्रिस्तान में रहने को मजबूर हो गया विकलांग विधवा का परिवार। जिहा मामला है उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ के पट्टी विधानसभा के धरौली मुफरिद गांव का जहाँ विकलांग विधवा महिला शीला पाल पिछले तेरह साल से पक्के मकान होने का सपना सजोयें बैठी है की उसे पक्का मकान मिलेगा। लेकिन तेरह साल का समय बीत गया उसका सपना सच नहीं हुआ और वह आज कब्रिस्तान में पन्नी से बने घर में रहने को मजबूर है। तेरह साल पहले तत्कालीन डीएम सेंथिल पाण्डियन सी ने कहा था की उन्हें जमीन,घर मिलेगा लेकिन आज तक कुछ नहीं मिला। पीड़ित शीला पाल के तीन बच्चे विनोद, विशाल, विकास हैं जो अपनी गरीबी के कारण दोनों बड़े बच्चे पढाई नहीं कर पा रहे हैं। और वह मजदूरी करने को मजबूर हो गए हैं|