आखिर क्यों होता है सिद्धपीठ मां साम्या देवी का पूजन
प्रयागराज के कटघर में सिद्धपीठ मां साम्या देवी मंदिर में देवी मंदिर नीवाड़ा बनकर तैयार गंगा दशहरा के दिन इसे यमुना जी में सहराया जाएगा| सिद्धपीठ समया देवी मंदिर कटघर प्रयाग नगर के रक्षा के लिए हैजा बीमारी से और अन्य बुरी बला से बचने के लिए त्रिशाला पूजा जिसको निवाड़ा कहते हैं| नाव का निवारण बनता है और उसमें फल फूल इत्यादि माता को आवाहन करके बुलाकर रात भर पूजा होती है| इसके बाद गंगा दशहरा को विसर्जन किया जाता है|